बात बात में उनका इठलाना अच्छा लगता है |
दस बहाने कर उनको झुठलाना अच्छा लगता है ||
भोली सूरत में बच्चों- सा शर्माना अच्छा लगता है |
बिन कारण ही उनसे गोठियाना अच्छा लगता है||
दर्शक दीर्घा में देख उन्हें मेरी पुतली सन्ग ,
मन ही मन उनका हर्षाना अच्छा लगता है||
निदिया रानी रात सुहानी में,
स्वप्निल पल में खो जाना अच्छा लगता है ||
सखी सहेली संग सुन्दर शैली और सहज सुरों में,
लब पर प्रीत सुमन खिल जाना अच्छा लगता है ||
साये शजर में , सखियों की नजर में ,
कल्पित किस्सों में रम जाना अच्छा लगता है |
मेरे उर आखर अक्षर और शब्द पहेली पर ,
उनका यूँ चिढ़ जाना अच्छा लगता है ||
पल दो पल का उनका ये याराना अच्छा लगता है |
खुदगर्ज़ हूँ कि कुछ को मेरा शायराना अच्छा लगता है ||
बात बात में..........................................................
दस बहाने कर उनको झुठलाना अच्छा लगता है ||
भोली सूरत में बच्चों- सा शर्माना अच्छा लगता है |
बिन कारण ही उनसे गोठियाना अच्छा लगता है||
दर्शक दीर्घा में देख उन्हें मेरी पुतली सन्ग ,
मन ही मन उनका हर्षाना अच्छा लगता है||
निदिया रानी रात सुहानी में,
स्वप्निल पल में खो जाना अच्छा लगता है ||
सखी सहेली संग सुन्दर शैली और सहज सुरों में,
लब पर प्रीत सुमन खिल जाना अच्छा लगता है ||
साये शजर में , सखियों की नजर में ,
कल्पित किस्सों में रम जाना अच्छा लगता है |
मेरे उर आखर अक्षर और शब्द पहेली पर ,
उनका यूँ चिढ़ जाना अच्छा लगता है ||
पल दो पल का उनका ये याराना अच्छा लगता है |
खुदगर्ज़ हूँ कि कुछ को मेरा शायराना अच्छा लगता है ||
बात बात में..........................................................
o mere rachnakar mai idlagai
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